मुझे अच्छा लगता है केनवास से खेलना
अपनी कल्पनाओं को नित नए रंग देना
इस काबिल तो नहीं हूँ अभी
किसी की जिंदगी में रंग भर सकूं
मगर इन कागजो में रंग भर कर
अथाह सुकून की अनुभूति होती है
अब जी करता है मैं इन रंगों की नव परिभाषा दूँ
अपने काव्यकोष मे रंगों का अद्वितीय वर्णन करूँ
कहीं बिखेरू आसमानों में कहीं समेटू अपने आँचल में
इन विविध वर्णों से सुशोभित एक नव जहान सजाऊँ
रंग करके मन के द्वेष सारे रंगों का नया प्रति मान दूँ
कला जगत की इकाइयों में रंगों को श्रेष्ठ सम्मान दूँ!!
नीलम रावत
नीलम रावत
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