![]() |
(फोटो साभार :हरदेव नेगी ,रुद्रप्रयाग जिले का सुंदर सा गाँव) |
हैं कुछ कहानियां ऐसी जो गांव को बंजर वीरां बताती हैं,,
मगर मेरी कविताओं में तो गांव का मौसम हसीन होता है।।
लिखीं हैं किसी ने गांव की उदासियां बेहिसाब अब तलक,,
पढ़ोगे जो कभी मुझको तो गांव की रौनक भी देखोगे।।
लगता है तुमने अब तक गांव रीते फीके ही देखे हैं,,
देखो इन शब्दों की तस्वीरों में गांव का श्रृंगार नजर आएगा।।
तुम्हारी कल्पना होगी गांव की किसी घृणित जगह के जैसे,,
अगर आओ कभी तुम गांव तो तुम्हें इस पर प्यार आएगा।।
बहुत ही खास होती है,नहीं ये आम होती है,,
बड़ी दिलचस्प मगर यार गांव की शाम होती है।।
अलौकिक शांति अनुपम सुकून बड़ा आराम होता है,,
झूमते वृक्षों की शाखाओं में हवा का जाम होता है।।
यहां के सौंदर्य में रंग रलियां हजार होती हैं
महीना कोई भी हो मौसम में बहार होती है
यहां की धरती को मेघ भी अपार दुलार देते हैं
जरा सी तपन महसूस हो तो बारिश की बौछार देते हैं।।
![]() |
रोमांच से शराबोर पहाड़ी गांव की एक झलक (photo : Hardev Negi) |
![]() |
शायद इस इक भूल से हम गांव से बिछड़ गए
कि शहरों के आगे गांव पिछड़ गए।।
बेशक रह लो जिंदगी भर उन शहरों में,,
मगर दिन दो चार ही मगर गांव आ जाना।।
नीलम रावत
15 Comments
बहुत सुंदर !!
ReplyDeleteआभार
Deleteशानदार लेखिका महोदया 😍😍
ReplyDeleteधन्यवादम
DeleteSunder
ReplyDeleteधन्यवाद नेगी जी
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteआभार
Deleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबहुत बहुत आभार आपका
ReplyDeleteAwesome lines
ReplyDeleteBhut achaa bai ji
ReplyDeleteबहुत सुंदर सृजन
ReplyDeletedhanyavad sameer
ReplyDelete